अनार एक फल है, ये फल लाल रंग का होता है ये छोटे-छोटे रसदार दानो से भरा होता है जिसका हम मुख्यरूप से उपयोग करते है। इसे संस्कृत तथा पहाड़ी भाषा में दाडिम, बंग्ला में बेदाना, हिन्दी में अनार एवं तमिल में मादुलई के नाम से जाना जाता है।
अनार के वृक्ष देखने में छोटे तथा बहुत सुन्दर होते है। इसमें अनार लगने से पहले लाल रंग का फूल खिलता है, अनार को मुख्य रूप से फलो के रूप में प्रयोग किया जाता है, ये फल हमारे हेल्थ के लिए बहुत उपयोगी है।
अनार के वृक्ष देखने में छोटे तथा बहुत सुन्दर होते है। इसमें अनार लगने से पहले लाल रंग का फूल खिलता है, अनार को मुख्य रूप से फलो के रूप में प्रयोग किया जाता है, ये फल हमारे हेल्थ के लिए बहुत उपयोगी है।
अनार में पाये जाने वाले प्रमुख खनिज एवं विटामिन- अनार में मुख्यतः फाइबर, विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइडेट एवं खनिज पाये जाते है। जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है।
अनार फल के गुण
- अनार उच्च रक्तचाप को घटाता है।
- गठिया एवं वात रोगो की समस्याओं को ठिक करता है।
- कैंसर रोग की रोकथाम में सहायक है।
- जोडो के दर्द को एवं बुढापे की गति को धीमा करता है।
- चहरे को चमकदार बनाता है।
- शरीर के किसी हिस्से में घाव एवं चोट होने पर इसका बीज को उस स्थान पर लगाने से आराम मिलता है।
- सूजन एवं जलन मे राहत पहुचाता है।
- प्रतिरोधकता क्षमता को मजबूत बनाता है।
- अनार खाने से मूत्र खुलकर आता है, तथा यह हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाता है।
- वजन घटाने में सहायक
- डाइबिटिज को नियंन्त्रि करने में सहायक
- अनार के फूलो को सुखाकर चूर्ण बनाकर इसका मंजन करने से दाॅत से खून निकलना बंद हो जाता है।
अनार हाथ पांव की जलन को शान्त करने में सहायक- अनार के 8-10 पत्तो को बारिक पिसकर इसका लेप हथेली एवं तलवे पर लगाने से आराम मिलता है।
टाइफाइड में लाभकारी- अनार के पतो पत्तो का काढा बनाकर उसमे सेधा नमक मिलकार सेवन करने से टाइफाइड में आराम मिलता है।
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