अन्य त्योहारो की भाँति होली भी एक त्योहार है। एक-दूसरे को रंग लगाकर आपसी भाईचारा बढ़ाने का यह पवित्र त्योहार है, जिसे विभिन्न रंगो के माध्यम से वयक्त किया जाता है। भगवान श्री कृष्ण की भूमि मथूरा में अलग ही अंदाज में होती मनायी जाती है। मथुरा में कही लठमार होली तो कही लड्डुओं की होली और गुलाल की होली का प्रचलन है, जिसका मुख्य सम्बन्ध भगवान श्री कृष्ण ओर राधा से है।
यहां विभिन्न अंदाजो में होली के गीत गाये जाते है। धार्मिक मान्यताओ के अनुसार होली का त्योहार भक्त प्रहलाद जो भगवान विष्णु का भक्त था। हरिण्यकशिपु जो खुद को भगवान समझता था। समय समय पर प्रहलाद को कई यातनायें दिया करता था, उसकी बहन होलिका जिसको वरदान था कि जिसे अग्नि जला नही सकती थी। प्रहलाद को अपनी गोद में बिठाकर उसे मारना चाहती थी लेकिन प्रभु कृपा से प्रहलाद उस अग्नि से भी सुरक्षित रहे और होलिका का दहन को गया।
होलिका दहन—
जिसमें लकड़ी, झाड़ियो आदि को इक्कठ्ठा कर होलिका की आकृति दी जाती है, फिर उसमें अग्नि प्रवेश करायी जाती है। इस वर्ष होली का पर्व 28 मार्च को है, एवं 29 मार्च को रंगवाली होली खेली जायेगी है।
1 Comments
Happy holi in advance too you
ReplyDeletethank for reading this article