भोजपत्र एक ऐसा वृक्ष है जिसका प्रयोग सदियो से होता आ रहा है। जबतक कागच का अविष्कार नही हुआ, प्राचिन समय से ही ग्रंथो को लिखने एवं राजाओं द्वारा अपना संन्देश दूसरे राजा तक पहुँचाने के लिए
किया जाता था। यह पेड़ लगभग- 2400 मीटर ऊँचाई से लेकर 3800 मीटर ऊँचाई वाले क्षेत्रो में पाया जाता है।
स्थानी लोगों द्वारा भोजपत्र का उपायोग मुख्यतः गर्मी-वर्षा से बचने के लिए किया जाता है। जिसमें भोजपत्र तथा रिगांल वेत को आपस में मिलाकर गूथां जाता है। फिर उसे एक छाता के आकार में ढाल दिया जाता है।
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good job...
ReplyDeletethank for reading this article