जागेश्वर धाम का मंदिर

उत्तराखण्ड के अल्मोडा जिले में स्थित जागेश्वर धाम जाट गंगा के किनारे स्थित है। यहा 124 छोटे-बडे़ मंदिरों का समूह है, इनमें से 25 मंदिर जो ठिक अवस्था में है। अल्मोडा से जागेश्वर धाम 38 कि0मी0 की दूरी पर स्थित है। जागेश्वर धाम देवदार के घने जंगलो के बीच स्थित मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इसी जगह लिंग के रूप में भगवान शिव का पूजन सर्वप्रथम प्रारम्भ हुआ था। साल भर यहाँ पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। 


श्रावण मास में दूर-दूर से श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए यहाँ आते है। इन मंदिरों का निर्माण कत्यूरी राजा शालीवाहन देव द्वारा किया गया जो लगभग 7वीं-12वीं शदी के है। जागेश्वर धाम के प्रमुख मंदिरों में नौ दुर्गा मंदिर, जगनाथ मंदिर, पंचकेदार मंदिर, कुबेर मंदिर, और माता लक्ष्मी के मंदिर प्रमुख है।


जागेश्वर धाम को पुराणों में हाटकेश्वर या नागेश्वर कहा गया है, इस धाम में सबसे विशाल मंदिर दिनदेशवारा तथा सबसे प्राचीन मंदिर मुत्युंजय मंदिर है। मंदिर के प्रवेश द्वार पर नंदी और स्कंदी की मूर्तिया विराजमान है। जागेश्वर धाम को राज्य का पांचवा धाम माना जाता है। मंदिर का निमार्ण बडे़-बडे़ पत्थरों द्वारा किया गया है, पत्थरों को बडे़ ही सुन्दर ढंग से नकासा गया है।


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